Should there be a space between name initials?Question
A. B. Smith
The reason there is a space here is because that is a person's name initialized. There are usually spaces between those.
U.S.A (Why no space? And why no period after the "A"?)
First, U.S.A. almost always has a period after the "a". If it doesn't, it's usually spelled "USA" (with no periods at all). Between just the first two is improper grammar. It's becoming more and more common to leave out spaces in the middle of abbreviations and acronyms.
P.S. has no spaces because it's a single word: postscript.
Latin phrases, such as e.g., i.e., etc. not having spaces.
अधिकांश और अधिकतर
अधिकांश और अधिकतर दोनों शब्द एक जैसे लगते है पर दोनों शब्दों के अर्थ में काफ़ी अंतर है। ‘अधिक’ और ‘अंश से बना ‘अधिकांश’ ऐसे शब्दों के साथ नहीं प्रयुक्त होना चाहिए, जिन से व्यक्त इकाइयाँ एक-एक कर के गिनी जा सकती हों। उदाहरण के लिए ‘अधिकांश विधायक’ और ‘अधिकांश ट्रेनें’ में ‘अधिकांश’ का प्रयोग ग़लत है। सही उदाहरण होंगे-‘अधिकतर विधायक’ और ‘अधिकतर ट्रेनें’। यद्यपि एक ही ट्रेन के बारे में कहा जा सकता है कि ‘अधिकाशं ट्रेन भरी है’ या ‘ट्रेन का अधिकांश भरा है।’
'अधिकांश' के उदाहरण
‘अधिकांश’ के अन्य सही प्रयोग देखिए-अधिकांश गेहूँ, अधिकांश गाना, अधिकांश माल, अधिकांश भीड़, अधिकांश कपड़ा, अधिकांश खेत इत्यादि। किसी एक कपड़े या खेत का ‘कम या अधिक अंश’ हो सकता है, पर कई कपड़ों और खेतों में से ‘अधिक’ की बात करने पर वे ‘अधिकांश’ नहीं, ‘अधिकतर’ होंगे, उदाहरणार्थ ‘अधिकतर कपड़े’ और ‘अधिकतर खेत’। ‘अधिकांश पेड़’ का मतलब है ‘पेड़ों’ (की संख्या) में से तुलनात्मक रुप से अधिक’। ‘अधिकांश’ एकवचन रहता है (इकाई का हिस्सा व्यक्त करने के लिए) तथा उस से गिनी न जा सकने वाली’ सीमा और मात्रा व्यक्त होती है, जैसे ‘अधिकांश मैदान या अधिकांश फ़्रिज ख़ाली था’ में, जब कि ‘अधिकतर’ प्रायः ‘गिना जा सकने वाला’ बहुवचन रहता है, जैसे ‘अधिकतर आदमी’। (‘अधिकांश आदमी’ नहीं, जब तक कि आदमी-विशेष के अपेक्षाकृत बड़े टुकड़े या अंश की बात न हो !)अधिकतर' के उदाहरण
‘अधिकतर संदूक भर गया’ ग़लत है, ‘अधिकांश संदूक भर गया’ सही है। उधर ‘अधिकतर संदूक भर गए’ सही है, और ‘अधिकांश संदूक भर गए’ ग़लत है। अलबत्ता ‘अधिकतर संदूकों का अधिकांश भर गया’ भी सही है। ‘अधिकतर फ़िल्म बेकार थी’, ग़लत है, ‘अधिकांश फ़िल्म बेकार थी’ सही है। ‘अधिकतर भीड़ चली गई’ ग़लत है, ‘अधिकतर लोग चले गए’ सही है। इस के विपरीत ‘अधिकांश भीड़ चली गई’ सही है, ‘अधिकांश लोग चले गए’ ग़लत है। ‘उस की बात का अधिकांश (संज्ञा) बकवास है’ या ‘उस की अधिकांश (विशेषण) बात बकवास है’ सही है।‘ उस की अधिकांश बातें बकवास है’ भी ग़लत है। ‘उस की अधिकतर बात बकवास है’ ग़लत है और ‘उसकी अधिकांश बातें बकवास हैं’ भी ग़लत है।
यदि ‘अंश’ या ‘भाग’ के साथ ‘अधिकांश’ और ‘अधिकतर’ में से एक को लगाने की मजबूरी आ पड़ा तो ‘अधिकतर’ लगाया जाएगा, अर्थात् ‘अधिकतर अंश’ और ‘अधिकतर भाग’ सही है, ‘अधिकांश भाग’ ग़लत, वरना यह ‘अधिकांश अंश’ के बराबर हो जाएगा।
जहां तक ‘उसके लिए’ (संप्रदान कारक हेतु) जैसे पदबंधों में ‘लिए’ का सवाल है, यह मुझे सही लगता है ‘लिये’ की तुलना में । यह अपरिवर्तनीय है और उसका ‘लेना’ क्रिया धातु से कोई संबंध नहीं है ।
किंतु ‘लेना’, ‘जाना’, ‘देना’ से बने क्रियापदों के लिए ‘लिये’ इत्यादि उचित तथा वैज्ञानिक लगते हैं ।
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Put a space after a comma. Do not put a space before a comma.
हिन्दी लिखने वाले अक़्सर *'ई' और 'यी' में,* *'ए' और 'ये' में* और *'एँ' और 'यें'* में जाने-अनजाने गड़बड़ करते हैं...।
कहाँ क्या इस्तेमाल होगा?इसका ठीक-ठीक ज्ञान होना चाहिए...।
जिन शब्दों के अन्त में 'ई' आता है वे संज्ञाएँ होती हैं क्रियाएँ नहीं...* जैसे: मिठाई, मलाई, सिंचाई, ढिठाई, बुनाई, सिलाई, कढ़ाई, निराई, गुणाई, लुगाई, लगाई-बुझाई...। इसलिए 'तुमने मुझे पिक्चर दिखाई' में 'दिखाई' ग़लत है... इसकी जगह 'दिखायी' का प्रयोग किया जाना चाहिए...। इसी तरह कई लोग 'नयी' को 'नई' लिखते हैं...। 'नई' ग़लत है , सही शब्द 'नयी' है... मूल शब्द 'नया' है , उससे 'नयी' बनेगा...। क्या तुमने क्वेश्चन-पेपर से आंसरशीट मिलायी...? ( 'मिलाई' ग़लत है...।) आज उसने मेरी मम्मी से मिलने की इच्छा जतायी...। ( 'जताई' ग़लत है...।) उसने बर्थडे-गिफ़्ट के रूप में नयी साड़ी पायी...। ('पाई' ग़लत है)
*अब आइए 'ए' और 'ये' के प्रयोग पर...।* बच्चों ने प्रतियोगिता के दौरान सुन्दर चित्र बनाये...। ( 'बनाए' नहीं...। ) लोगों ने नेताओं के सामने अपने-अपने दुखड़े गाये...। ( 'गाए' नहीं...। ) दीवाली के दिन लखनऊ में लोगों ने अपने-अपने घर सजाये...। ( 'सजाए' नहीं...। ) तो फिर *प्रश्न उठता है कि 'ए' का प्रयोग कहाँ होगा.?
`ए' वहाँ आएगा जहाँ *अनुरोध* या *रिक्वेस्ट* की बात होगी...। अब आप काम देखिए, मैं चलता हूँ...। ( 'देखिये' नहीं...। ) आप लोग अपनी-अपनी ज़िम्मेदारी के विषय में सोचिए...। ( 'सोचिये' नहीं...। ) नवेद! ऐसा विचार मन में न लाइए...। ( 'लाइये' ग़लत है...। ) अब आख़िर (अन्त) में 'यें' और 'एँ' की बात... यहाँ भी अनुरोध का नियम ही लागू होगा... रिक्वेस्ट की जाएगी तो 'एँ' लगेगा , 'यें' नहीं...। आप लोग कृपया यहाँ आएँ...। ( 'आयें' नहीं...। ) जी बताएँ , मैं आपके लिए क्या करूँ ? ( 'बतायें' नहीं...। ) मम्मी , आप डैडी को समझाएँ..। ( 'समझायें' नहीं..। )
*अन्त में सही-ग़लत का एक लिटमस टेस्ट...एकदम आसान सा... खास आपके लिए जहाँ आपने 'एँ' या 'ए' लगाया है , वहाँ 'या' लगाकर देखें...। क्या कोई शब्द बनता है ? *यदि नहीं , तो आप ग़लत लिख रहे हैं...। आजकल लोग 'शुभकामनायें' लिखते हैं... इसे 'शुभकामनाया' कर दीजिए...। 'शुभकामनाया' तो कुछ होता नहीं , इसलिए 'शुभकामनायें' भी नहीं होगा...। *सही शब्द शुभकामनाएँ* होगा । 'दुआयें' भी इसलिए ग़लत हैं और 'सदायें' भी... 'देखिये' , 'बोलिये' , 'सोचिये' इसीलिए ग़लत हैं क्योंकि 'देखिया' , 'बोलिया' , 'सोचिया' कुछ नहीं होते...। |
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आधुनिक हिंदी में दिखायें, हटायें आदि के स्थान पर दिखाएँ, हटाएँ आदि का प्रयोग होता है। यदि ये और ए एक साथ अंत में आएँ जैसे किये गए हैं तो पहले स्थान पर ये और दूसरे स्थान पर ए का प्रयोग होता है।
जब दो एक जैसे शब्द एक के बाद एक आते हैं तो पहले में ये और दूसरे मे ए का उपयोग होता है (जैसे, लिये गये को बजाय लिये गए
1. THE HYPHEN (-)The hyphen is the shortest mark of the three and has two functions: - It joins separate words into a single word: merry-go-round, off-shore, long-established, T-shirt.
- It is used to break a long word into parts so that the word can continue on another line.
(1) The automatic justification used by modern word processing software has made hyphenation un- necessary. This is a good thing given how complicated the hyphenation rules are. 2. THE EN-DASH (–)The en-dash is a bit longer than the hyphen; its length is equal to the width of the letter n, whence the name. The n-dash simply means through. It is used for any kind of ranges, typically. (2) October–December, 2012 (3) Monday–Friday (4) 1993–1999 (5) 8–11 p.m. (6) pages 130–232 Inserting an en-dash in WordFor desktop PC: press “ctrl+minus” on the numeric keypad.
3. THE EM-DASH (—)The em-dash is normally twice as long as the n-dash; its length is equal to the width of the letter m, whence the name. The em-dash is used to denote a sudden break in thought. (7) The President—he had been criticized multiple times for ignoring the public opinion—opposed the idea of a referendum. (8) The prizewinner—what a remarkable person she was!—said she will donate the prize money to the Red Cross. The em-dash can also set off a phrase that provides additional information. In formal writing, such a phrase will be normally enclosed in parentheses, set off by commas (see Rule 6 in Comma Usage), or introduced by a colon. (9) He took everything he thought he needed but forgot he most important thing—the keys from the house. [a colon can be used instead of dashes] (10)Many renowned scientists—Eistein, Fermi, Feynman, Szilard, among others—contributed to the development of the atomic bomb.[parentheses or commas can be used instead of dashes] Occasionally, en-dashes are used in this function, but then they must be preceded and followed by spaces. (11) The President – he had been criticized multiple times for ignoring the public opinion – opposed the idea of a referendum. 3. 1. Inserting an em-dash in Word For desktop PC: press “alt+ctrl+minus” on the numeric keypad.
3-Em Dash 3-em dashes are generally used to omit a name that should not be disclosed or to signal that word(s) have been left out. This particular dash is normally used in legal documents to protect the innocent. You can either use six hyphens or use an underscore. Ex: The case between ------ and ------ will start tomorrow around 2 p.m.
4. SPACES AND DASHESDo not use spaces before and after dashes and hyphens. लाघव चिह्नJump to navigationJump to searchलाघव चिह्न (॰) हिन्दी में एवं देवनागरी लिपि आधारित अन्य भाषाओं में संक्षिप्ति चिह्न के रूप में प्रयोग होता है। इसका यूनिकोड कूट मान 0970 है।[1] अंग्रेज़ी में संक्षेपीकरण के लिये फ़ुलस्टॉप (.) का प्रयोग किया जाता है, हिन्दी में इस कार्य के लिये लाघव चिह्न (॰) होता है। प्रायः यह चिह्न कुंजीपटल पर अथवा टंकण उपकरण में सुलभ न होने से लोग इसके स्थान पर फ़ुलस्टॉप का ही प्रयोग कर लेते हैं जो कि अशुद्ध है। उदाहरण: - शुद्ध - डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद,
- अशुद्ध - डॉ. राजेन्द्र प्रसाद,
- शुद्ध - ऍम॰ ए॰,
- अशुद्ध - ऍम. ए.
हिन्दी शून्य अंक का चिह्न (०, यूनिकोड कूट मान 0966) भी इससे मिलता-जुलता होने से कई बार लोग अज्ञानतावश लाघव चिह्न के स्थान पर हिन्दी के शून्य अंक का प्रयोग कर लेते हैं। इनमें अन्तर यह है कि एक तो लाघव चिह्न आकार में शून्य से छोटा होता है दूसरा शून्य जहाँ क्षैतिज रूप से पंक्ति के मध्य में होता है, लाघव चिह्न क्षैतिज रूप से ऊपर की ओर होता है।  
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जवाब देंहटाएंसर, यह जानकारी शेयर करने के लिये आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। 🙏🙏🙏🙏🙏
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